एक तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं को लेकर काफी गंभीर है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में भी आज भी चिकित्सा व्यवस्थाएं पोल खोल रही है। मंगलवार को सुबह केरु हॉस्पिटल में डॉक्टर की लापरवाही से गर्भवती महिला को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा और आखिरकार अस्पताल के बाहर ही सड़क पर उसका प्रसव हो गया। झंवर निवासी गोपाराम देवासी ने बताया कि उसकी पत्नी पीहर कैरू में रहती है। पत्नी गर्भवती होने के बाद केरु अस्पताल के डॉक्टरों की देखरेख में उनका उपचार चल रहा था। मंगलवार को सुबह महिला की तकलीफ होने की वजह से उन्होंने केरु अस्पताल लाया गया जहां पर डॉक्टर नहीं होने की वजह से गर्भवती महिला को काफी परेशानी हुई और थोड़ी देर बाद ही अस्पताल के बाहर सड़क पर ही महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया। मिस्त्री मनीष पटेल ने बताया कि सुबह मेरी गाड़ी लेकर के अस्पताल लेकर गये थे तब अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिले वहां से उन्होंने जोधपुर रेफर करने को कहा थोड़ी देर बाद महिला ने बच्चे को जन्म दिया। ग्रामीण क्षेत्र में इतना बड़ा अस्पताल होने के बावजूद भी डॉक्टरों की कमी खलने से आज कई मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।