महामंदिर थाना पुलिस ने 16 करोड़ ठगी के प्रकरण में पांच और अभियुक्तों को पकड़ा है। सभी आरोपी गुजरात के राजकोट एवं अहमदाबाद के रहने वाले है। पूर्व मेें चार लोगों को पकड़ा गया जो कि खाताधारक निकले है। अब पांच और लोगों को पकड़ा गया है जो कि खाताधारक है। जिनके खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए है। पुलिस प्रकरण में कड़ी से कड़ी मिलाने का जतन कर रही है। मगर मुख्य आरोपी के दुबई में होने का अंदेशा है। ऐसे में उसे पकड़ पाना पुलिस के मुश्किल भरा काम हो सकता है। हैंडीक्राफ्ट निर्यातक से 16 करोड़ 26 लाख की ऑनलाइन ठगी के मामले में पुलिस लगातार जांच में जुटी है। रविवार को महाराष्ट्र से पकड़ कर कर लाई दो और आरोपियों को हिरासत में लिया। एक हफ्ते पहले भी पुलिस ने उदयपुर के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा था। महाराष्ट्र के दोनों आरोपी पांच दिन की रिमांड पर हैं, पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। एसीपी साइबर सैल के मांगीलाल राठौड़ ने बताया कि प्रकरण में अब पांच गुजरातियों जिनमें राजकोट गुजरात के हार्दिक भाई पुत्र भरत भाई देवजी, मयूर भाई पुत्र कांति भाई, अहमदाबाद के विनोद कुमार पुत्र मुकतार शाह, क्षत्रियदान बहादूर पुत्र जस बहादूर एवं दीपेंद्र सिंह पुत्र प्रवीण सिंह झाला है। डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि रविवार को साइबर सेल पुलिस ने राहुल पुत्र कांताराम मारूति निवासी महाराष्ट्र, पुणे और बिचु मोहम्मद सादिक पुत्र फिरोजुदीन जिला पुणे महाराष्ट्र को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ की तो बताया कि बिचु मोहम्मद सादिक ने राहुल से संपर्क किया और उसका खाता खुलवाने में मदद की। खाता राहुल के नाम से था। साइबर पुलिस ने जांच की तो आरोपी राहुल तक पहुंची। राहुल के खाते में 5 लाख 43 हजार रुपये ही जमा हुए थे। बिचु ने इस खाते से रुपये फर्जी तरीके से अन्य खातों में ट्रांसफर करने में मदद की। बिचु ने जिन खातों में रुपये ट्रांसफर किए हैं, उसके बदले में उसे सात से आठ प्रतिशत कमीशन मिलता था। पुलिस को कई और खातों की जानकारी लगी है। आरोपी बिचु ने इस तरह से कई खाते खुलवाए थे। पुलिस ने गत बुधवार को उदयपुर के सुखेर स्थित अशोक गली पुरानी पंचायत निवासी दीपक सोनी पुत्र जगदीश सोनी और उदयपुर के ही मानव गर्ग पुत्र नाथूलाल को पकडा था, जो कि रुपयों को आगे से आगे ट्रांसफर करते थे। इसमें एक गैस चूल्हा रिपेयरिंग का काम करता है तो दूसरा मेटल कंपनी में कार्य करता है। पुलिस ने प्रकरण मेें 32 लाख रुपयों को होल्ड करवाने में भी सफलता हासिल की जबकि 1 करोड़ की रकम को रुकवाने की प्रक्रिया की जा रही है। मुख्य आरोपी दुबई चला गया है। निर्यातक ने 7 राज्यों में 4 बैंकों के करीब 8 खातों में रुपये ट्रांसफर किये। कुछ ऑनलाइन और कुछ चेक के माध्यम से रुपये जमा करवाये थे। हालांकि जोधपुर पुलिस ने सभी बैंकों में कॉन्टैक्ट कर इन खातों को फ्रिज करवा दिया।