कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो ….। इन पंक्तियों को सच कर दिखाया है जोधपुर की रातानाडा सांसी बस्ती में रहने वाली एक युवती ने। शादी और बच्चा होने के बाद भी उसने अपनी पढ़ाई के प्रति लगन नहीं छोड़ी। पेश है चैनल 24 प्लस न्यूज के वीडियो जनर्लिस्ट यशपाल सिंह की ये खास खबर। —- रातानाड़ा सांसी बस्ती में रहने वाली 23 वर्षीय इस युवती का नाम है पूनम। जिसने पढ़ाई शुरू तो की, लेकिन माता-पिता ने अशिक्षा के चलते दसवीं के बाद उसकी पढ़ाई बंद करवाकर उसका विवाह कर दिया। विवाह के साथ पढ़ाई का क्रम भी छूट गया। लेकिन उसके मन में पढाई का दीपक सदा जलता रहा। इसी के चलते विवाह और बच्चा होने के बाद पूनम ने अपने पति ऑटो रिक्शा चालक संपत सांसी को पढ़ाई का महत्व समझाते हुए आगे पढ़ाई जारी रखने की इच्छा जताई। पति संपत तो उसकी पढ़ाई आगे जारी रखने के लिए मान गया, लेकिन अन्य ससुराल वालों को मनाना इतना आसान नहीं था। उसने जब 11वीं कक्षा में प्रवेश लिया और जब पति का साथ पाकर वो पहली बार स्कूल यूनिफॉर्म पहनकर बस्ती के स्कूल में गई तो परिवार और समाज के लोगों ने खूब हंसी उड़ाई, पढ़ लिख कर क्या अफसरनी बनना है? ये ताने
भी बहुत सुनने को मिले। लेकिन पति का साथ मिलने से पूनम ने हार नहीं मानी। छूट चुकी पढ़ाई को वापस जारी रखने की बात सुनकर स्कूल प्रशासन भी खुश हुआ। उन्होंने उसका पूरा सहयोग किया। सभी के सहयोग से आज वह नियमित विद्यार्थी के रूप में 11वीं कला विषय से पढ़ाई कर रही है और पढ़ाई कर समूचे क्षेत्र की लड़कियों के लिए एक बेहतर उदाहरण बन चुकी है।