जोधपुर को अपनायत शहर क्यों कहा जाता है यहां चाहे पराया हो या अपना और यहां तक कि यदि बेजुबान हो तो भी उसकी लोग मदद करते हैं यदि वह जहरीला है तो भी लोग पांव पीछे नहीं खिसकाते हैं और उस बेजुबान की मदद करते हैं तभी तो इस शहर को अपनायत का शहर शहर ए आफताब जोधपुर कहते हैं। चलिए आज आपको एक ऐसी खबर दिखाते हैं जिसे देखने के बाद आप भी अपनायत के इस शहर के कायल हो जाएंगे सांप को देखते ही लोग डर जाते हैं कुछ तो उसे मार भी देते हैं लेकिन जोधपुर में कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला दरअसल भदवासिया परिहार नगर 80 फीट रोड पर एक घायल सांप कोबरा लोगों को दिखाई दिया लोगो ने स्नेक कैचर बुलाकर उसकी मदद करने का निश्चय किया और फिर उसे पकड़कर स्नेक कैचर की मदद से रेस्क्यू सेंटर ले गए स्नेक कैचर स्माइल रंगरेज ने बताया कि घायल कोबरा 5 फीट लंबा था और उसे उन्होंने पकड़कर माचिया सफारी पार्क रेस्क्यू सेंटर पहुंचाया जहां उसका इलाज किया गया। माचिया सफारी पार्क के चिकित्सा सहायक महेंद्र गहलोत ने बताया कि कोबरा के शरीर पर रगड़ के निशान थे और घाव था। जिसे प्राथमिक उपचार किया गया और पेन किलर दिया गया और उसके बाद उसे स्वच्छंद विचरण के लिए रिजर्व एरिया में छोड़ दिया गया। कोबरा सांप की प्रजाति भारत में पाई जाती है और जोधपुर के आसपास के इलाकों में यह काफी तादाद में है कहा जाता है कि इस सांप का डसा बच नहीं पाता इस सांप का पसंदीदा भोजन है चूहे और छोटे पक्षी होते है।