हैंडीक्राफ्ट व्यापारी के घर से चोरी करके नेपाल भागे आरोपियों के पास से पुलिस ने बचा हुआ माल भी बरामद कर लिया है। आरोपी पुलिस अभिरक्षा में चल रहे हैं। अब तक जांच में ये भी सामने आया कि इन लोगों की गैंग ने चड़ीगढ़, हरियाणा, हिसार में भी वारदातें की है। जोधपुर में पहली बार वारदात की और पकड़े गए। नेपाल में पकड़ा गया इनका साथी सागर की क्राइम रिपोर्ट भी पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है। —— एयरपोर्ट थानाधिकारी कैलाश विश्रोई ने बताया कि सभी अभियुक्त गुरूवार तक पुलिस अभिरक्षा में हैं। आरोपियों से तकरीबन चोरी का सारा माल बरामद कर लिया गया है। नेपाल में पकड़े गए लोगों को जल्द भारत लाने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। नेपाल पुलिस ने जोधपुर पुलिस को सोने का ब्रेसलेट, कंगन, घड़ी और विदेशी करेंसी जब्त कर सौंप दिए थे। आरोपी अमरसिंह, खेम बहादूर को फिर से कोर्ट में पेश करने पर उसकी रिमाण्ड अवधि 17 तक बढ़ा दी गई। नेपाल पुलिस वहां से फरार हुए मुल्जिमों की तलाश में लगी है। उनके पकड़े जाने पर इंटरपोल की मदद से इन्हें भारत लाने की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी। आरोपियों से सूरत, कुचमान और दिल्ली में भी चोरी का माल बरामद किया जा चुका है। नेपाल पुलिस ने गत शनिवार को आरोपी भरत, ज्योति और हरीश को गिरफ्तार किया था। मगर मौके से मुख्य आरोपी मंजू और उसका जीजा भगत हथकड़ी सहित फरार हो गए लेकिन वे चोरी का माल छोड़ गए। नेपाल पुलिस ने माल बरामद कर लिया था, जिसमें व्यापारी की 85 लाख की अंगूठी, दो रोलेक्स कंपनी की घडियां, डायमंड व सोने के दो ब्रेसलेट, दो कड़े और अलग-अलग देशों के विदेशी नोट शामिल थे।
सनद रहे कि हैंडीक्राफ्ट व्यापारी अशोक चोपड़ा, उसकी बेटी लवीना, ड्राइवर संतोष और नारायण को खाने में ड्रग्स देकर चोरी करने वाले आठ आरोपियों को पुलिस अब तक पकड़ चुकी है। इसमें कुचामन में मदद करने वाला अमरसिंह, दिल्ली में पकड़े मंजिल, लक्ष्मी और धन बहादुर, सूरत से खेम बहादुर और नेपाल में मुख्य आरोपी मंजू की बहन ज्योति, प्रेमी भरत और उसका साथी हरीश शामिल हैं। मंजू और उसका जीजा भगत फरार हैं। दोनों की तलाश नेपाल पुलिस कर रही है।