बासनी प्रथम चरण सरस्वती नगर में रहने वाले एक शख्स को उसके परिचित ने धोखे में रखकर फाईनेंस वाली कार को बेच दिया। उसे किसी प्रकार की किश्तें बकाया ना होने का कहकर नौ लाख रूपए भी ले लिए। मगर कार को जब पीड़ित का पुत्र बाड़मेर समदड़ी लेकर गया तो फाईनेंस कंपनी वाले उठाकर ले गए। अब घटना के संबंध में बोरानाडा थाने में मामला दर्ज करवाया गया है। बोरानाडा पुलिस ने बताया कि सरस्वती नगर बासनी निवासी ओमप्रकाश पुत्र विशालराम प्रजापत ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि उसकी पहचान पार्श्वनाथ सिटी सांगरिया बाइपास निवासी अक्षय गांधी पुत्र नंदकिशोर से थी। तब अक्षय ने अपनी एक ब्रेजा कार को बेचने का प्रस्ताव पीड़ित के पास में रखा था। इस पर कार का सौदा 8.95 लाख में हुआ। पहले 4.95 लाख रूपए दे दिए गए। बाकी के रूपए तीन महिने में देना तय हुआ। बाद में पीड़ित ने ब्याज सहित रूपए अक्षय को दे दिए। कार खरीद फरोख्त को काम फरवरी 2019 में किया गया था। मगर आरोपी ने कार का हस्तांतरण विधि पूर्वक नहीं किया और बाद में टालमटोल जवाब देने लगा। वह कोरोना का हवाला देकर बाहर होना बताता था। दर्ज रिपोर्ट में बताया कि परिवादी का पुत्र हरेंद्र 8 अक्टूबर 22 को कार लेकर बाड़मेर समदड़ी गया था। जहां एक होटल के बाहर से अज्ञात लोग कार को उठा ले गए। समदड़ी पुलिस को सूचना दिए जाने पर पता लगा कि कार फाईनेंस की किश्तें बकाया था थी, जिस पर कंपनी वाले लेकर चले गए है। अपने साथ हुई धोखाधड़ी पर पीडिघ्त ने आरोपी अक्षय को कई बार फोन किया मगर उसने फोन नहीं उठाया। बोरानाडा थाने में अब मामला दर्ज करवाया गया है।