पाली के मारवाड़ जंक्शन में प्राणघातक हमले में घायल हुए एक व्यक्ति की मौत के बाद परिजनों ने मथुरादास माथुर अस्पताल की मोर्चरी में धरना दिया और शव उठाने से मना कर दिया। परिजनों की मांग है कि आरोपी को गिरफ्तार किया जाए।
10 नवंबर को कोर्ट से लौटते समय ताजुद्दीन पर हमला हुआ। ताजुद्दीन सहित तीन लोग इस हमले में घायल हुए। एक घायल का इलाज अहमदाबाद और एक घायल का इलाज एम्स में चल रहा है। ताजुद्दीन का इलाज मथुरादास माथुर अस्पताल में चल रहा था, जिनकी मौत हो गई। परिजनों का कहना था कि ये एक षड्यंत्रपूर्वक हत्या है और 2018 से चल रहे विवाद के बदले में की गई है। घटना के बाद पिकअप चालक ने थाने में आकर बताया कि उसकी गाड़ी का ब्रेक फेल हो गया था, जिसके चलते ये हादसा हुआ है। परिजन पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। परिजनों का कहना है कि जब तक हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक वो शव नहीं उठाएंगे।