भोपाल के एक व्यापारी को जोधपुर बुलाकर 14 लाख की लूट की वारदात करने के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। ये लोग गैंग के रूप में काम करते हैं। पुलिस अब अन्य बदमाशों की सरगर्मी से तलाश में लगी है। आरोपी व्यापारी को जोधपुर बुलाते और फिर सूने स्थान या जंगल में ले जाकर लूटपाट करते। छोडऩे के लिए फिरौती भी मांगते थे। कुड़ी थानाधिकारी सुमेरदान ने बताया कि 30 जनवरी को मकान नंबर 12 सैयद नगर, नरेला संकरी, पीपलानी, भोपाल, मध्यप्रदेश निवासी व्यवसायी अरशद अली खान पुत्र अहमद जंग ने थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि उसकी भोपाल जिले में गोविन्दपुरा औद्योगिक क्षेत्र में जकरिया एंटरप्राइजेज के नाम से ट्रांसफार्मर बनाने की कंपनी है। 19 जनवरी को उसके मोबाइल पर एक वाट्सऐप मैसेज आया था, जिसमें ट्रांसफार्मर बनाने के पार्ट्स का कच्चा माल सीट उपलब्ध कराने का संदेश था। साथ ही माल की फोटो भी थी। जिस पर उसने उक्त नंबर पर संपर्क किया तो उसे माल दिखाने के लिए जोधपुर बुलाया गया। अगले दिन 20 जनवरी को व्यवसायी माल देखने व खरीदने के लिए जोधपुर आ गया। 21 जनवरी को व्यवसायी को गोरा होटल के पास बुलाया गया, जहां से एक बिना नंबरी बोलेरो गाडी में उसे बैठाकर सूनसान जंगल में ले जाया गया, और वहां पर पहले से मौजूद चार-पांच अन्य लोग उसे एक खंडहरनुमा कमरे में ले गए और वहां पर उसे डरा-धमकाकर 14 लाख रूपए लूट लिए। लूट के शिकार व्यवसायी की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त रविदत्त गौड़ और डीसीपी पश्चिम गौरव यादव ने लुटेरों को जल्द से जल्द पकडने के निर्देश दिए। जिसके बाद एडीसीपी पश्चिम हरफूल सिंह व एसीपी बोरानाडा जयप्रकाश अटल के निकट सुपरविजन में कुड़ी भगतासनी थानाप्रभारी सुमेरदान के नेतृत्व में थाना स्तर पर पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस ने तकनीकी साधनों के माध्यम से और मुखबिर तंत्र के आधार पर पता लगाया कि उक्त वारदात मैवात गैंग के सरगना ने स्थानीय व्यक्ति की सहायता से अंजाम दिया है। जिसके बाद पुलिस टीम ने मामले में मूलतः पाली जिले के सोजत सिटी स्थित चामडिया हाल मकान नंबर 16, महावीर नगर, सांगरिया, बासनी निवासी केवलचंद्र पुत्र नारायणलाल प्रजापत को गिरफ्तार किया है।
अब तक 30-35 लाख की लूट अब तक जांच में सामने आया कि गैंग के लोग अलग-अलग राज्यों के व्यापारियों से 30-35 लाख की लूट कर चुके हैं। मेवात की यह गैग अन्तराज्यीय है। जो कई लोगों को अपना शिकार बना चुकी है। जांच में पता चला है कि गैंग के लोग ऑनलाइन स्क्रेप व्यवसायियों का पता लगाकर वाटसअप कालिंग या मैसेज भेजते थे। बाद में बातों से झांसे में फंसाते और फिर बाजार मूल्य कम कीमत में माल का झांसा देते थे। स्थानीय व्यक्ति केवलचंद से संपर्क कराकर वे उसे सूने स्थान पर ले जाते। केवलचंद जगहों से परिचित होने पर उन्हें सूने स्थानों पर ले जाता। थानाधिकारी सुमेरदान ने बताया कि जांच में यह भी पता लगा कि यह लोग फर्जी सिमों का उपयोग करने के साथ बैंकों में फर्जी तरीके से खाते खुलवाते फिर रकम को जमा करवाते थे। फर्जी खातों के संबंध में पता लगाया जा रहा है। वारदात के बाद सिम और मोबाइल को फेंक देते। इस गैंग का सरगना किसी आधार कार्ड पर अंकित मोबाइल नंबर को चेंज कर देता और फिर नई सिम इश्यू कराता। नई सिम के लिए फर्जी नंबर अंकित कर दिया जाता और उससे फिर बैंक एकाउंट खुलवाया जाता।