राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की ओर से आयोजित तीन दिवसीय सुगम संगीत समारोह सुर बहार के समापन अवसर पर फिल्म पार्श्वगायन के क्षेत्र में यूथ आइकन के रूप में पहचान बनाने वाले गायक रविंद्र उपाध्याय ने पूरी आर्केस्ट्रा के साथ एक से बढ़कर एक यादगार प्रस्तुतियां दी। वी चैनल सुपर सिंगर का खिताब जीत चुके उपाध्याय हिंदी सिनेमा में बेहतरीन काम के लिए जाने जाते हैं। हीरे मोती में न चाहूँ गीत से आगाज करते हुए एक के बाद एक गीत इकबाल फिल्म का आंखों में सपना, तलाश फिल्म का सुपरहिट गीत जिया लागे ना, लग जा गले, बात निकलेगी तो दूर तलक जायेगी, पर्दा है पर्दा और अपना राजस्थानी हिट गीत हरियाला बन्ना प्रस्तुत किया। जाने-माने गायक सुखविंदर को अपना आइडल मानने वाले रविंद्र ने जगजीत, बप्पी दा, लता जी, मोहम्मद रफी, किशोर दा के प्रसिद्ध फिल्मी गीतों के साथ समां बांध दिया।