कालूराम जी की बावड़ी सूरसागर स्थित ’शिव मंदिर’ में चल रही नौ दिवसीय श्रीराम कथा महोत्सव में शिव-पार्वती विवाह महोत्सव मनाया गया। कथा वाचक सुनील महाराज ने कहा की सत्य ही शिव है और शिव ही सत्य है जीवन के अटल सत्य मृत्यु को भगवान शिव ने अंगीकर किया तब ही भष्म उन्हें प्रिय है यह विधाता का मानव के लिए संदेश भी है। कहा कि शिव शब्द से एक मात्रा के हटने से शव हो जाता है यही जीवन का शाश्वत सत्य है। कथा के तीसरे शिव प्रसंग, शिव पार्वती विवाह बेटी बचाओ पर विस्तृत प्रवचन हुए।कथा में कहा कि जिस प्रकार शिव का विवाह शक्ति पार्वती के साथ हुआ ऐसे ही हमारे जीवन में आत्मा का विवाह परमात्मा से होना चाहिए जिससे हम भी शिव के चरण में जा सके और मोक्ष को प्राप्त कर सके। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।