जोधपुर में सोमवार को अतिक्रमण हटाने गई नगर निगम और पुलिस की टीम पर लोगों ने पथराव कर दिया। इसमें एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी और निगमकर्मी घायल हो गए। दो के सिर में गंभीर चोटें आईं। लोगों ने 4 जेसीबी और एक कार में तोड़फोड़ की। इन्हें जान बचाकर मौके से भागना पड़ा। यही नहीं, महिलाओं की भी पुलिस से झड़प हो गई। दरअसल, उम्मेदसागर बांध क्षेत्र में 500 मीटर के दायरे में बड़ी संख्या में अवैध निर्माण हो रखे हैं। कई पक्के मकान बन गए। जोधपुर विकास प्राधिकरण भी पहले कई बार कार्रवाई कर चुका है। लेकिन, अतिक्रमण पूरी तरह नहीं हटे। सोमवार सुबह नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम उम्मेदसागर बांध क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। लेकिन, लोगों ने विरोध में पत्थर बरसाए। स्थिति को देखते हुए मौके पर 10 से ज्यादा थानों का जाब्ता तैनात किया गया है। 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें महिलाएं भी शामिल हैं। जेडीए, पुलिस और पीएचईडी की संयुक्त कार्रवाई में पूर्व में 103 अतिक्रमण हटाए गए थे। जलदाय विभाग के ताजा सर्वे में 229 और अतिक्रमण चिह्नित किए गए। इन्हें हटाने की कार्रवाई सोमवार को शुरू की गई। पुलिस उपायुक्त राजर्षि राज वर्मा ने बताया- सुबह जब पुलिस और नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची, तो कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिस पथराव करने वालों की पहचान कर उन्हें हिरासत में ले रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बांध क्षेत्र को अवैध कब्जों से मुक्त कराया ही जाएगा। हिंसा में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। महापौर दक्षिण वनिता सेठ ने कहा- नगर निगम के आदेश पर अतिक्रमण प्रभारी स्वरूप सिंह कार्रवाई करवा रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने पथराव कर दिया, जिसमें जेसीबी ड्राइवर और निगम कर्मचारी घायल हो गए। महापौर ने कहा- ये गलत है कि लोग अवैध कब्जे भी करें और फिर पथराव भी करें। जो अतिक्रमण हैं, वो ध्वस्त होंगे ही।

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